Wednesday, 28 December 2011

लोगों से सच

लोगों   से   सच   सुना   करो |
लोगों  को    सच  कहा   करो ||

पहले  कुछ  हक़   अदा  करो |
फिर  कोई  तुम  गिला  करो ||

दिलवालों   कह   गया   कोई |
थोड़ी - थोड़ी    पिया     करो ||

यूँ   ही   चलती   रहे   क़लम |
शफ़क़त मुझ पर ख़ुदा  करो ||

उतना   उसको   बुरा    लगे |
जितना जिसका भला करो ||

सरख़ुश  सब  ही  रहे  यहाँ |
रब  से  एसी   दुआ    करो ||

थोड़े  ही  दिन  क़याम    है |
मिलते - जुलते रहा करो ||

डा०  सुरेन्द्र  सैनी    

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